एवं सुगमता के साथ राग बागेश्वरी को अलाप व छोटी तान के साथ प्रस्तुत
2.
छोटी छोटी तान मुरकी हो लेकिन शेर खराब न हो आदि ख़ास मुद्दों पर ध्यान दिया.
3.
कला की दृष्टि से निपुणता दिखाने में सबकी माहिरता सुनने व देखने योग्य थी पर खास उलेख मैं यहाँ क्रिस्टीन का करना चाहूंगी जो विदेशी होते हुए भी बढ़ी निपुणता एवं सुगमता के साथ राग बागेश्वरी को अलाप, व छोटी तान के साथ प्रस्तुत कर पायी, और जसबीर जिसने बड़ी ही सुंदर सलीकेदार ग़ज़ल सुना ई.